मंत्र

सभी को शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं 🙏💐💐🙏

मंत्र (जनश्रुति)
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नाग राज एक दिन गुरु के पास गए और बोले "प्रभु मुझे भी मंत्र दे दीजिए काहे से कि अब मैं जीवन के उत्तरार्द्ध की यात्रा पर हूँ और परलोक में अपनी स्थिति को सुधारने हेतु चिंतित हूँ।"

गुरु ने उन्हें गौर से देखा और कहा "मैं तुम्हें मंत्र नहीं दे सकता क्योंकि तुम लोगों को काटते हो।"

नागराज ने गुरु के सामने शपथ ली कि आज के बाद भविष्य में मैं कभी भी किसी को नहीं काटूँगा उसके बाद गुरु ने उन्हें मंत्र दे दिया। 

एक पखवाड़े बाद ही गुरु कहीं जा रहे थे तो रास्ते में नागराज से मुलाकात हो गई। नागराज ने उन्हें शाष्टांग दंडवत प्रणाम किया । गुरु ने देखा कि उनके शरीर पर घाव ही घाव हैं। 

"अरे नाग देवता तुम्हारी ये दशा कैसे?" गुरु ने पूछा।

"प्रभु आपने ही तो कहा था कि किसी को काटना नहीं उसके बाद मैंने काटना छोड़ दिया अब मैं जिस भी रास्ते से गुजरता हूँ लोग मुझे पत्थर मारते हैं।"

नागराज की बात सुनकर गुरु ने उत्तर दिया "बेवकूफ बालक मैंने तुझे 'काटने' से ही तो मना किया था 'फुफकार मारने' से तो मना नहीं किया था न?"

#चित्रगुप्त

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