हाई लाइट
हाई लाइट
*********
'माँ बीमार है' की रिपोर्ट सिपाही अल्बर्ट ने एक हफ्ते पहले ही लगाई थी पर लीव वैकेंसी न होने के कारण वह छुट्टी नहीं जा सका और आज उसकी माँ का देहांत भी हो गया। इस बात की रिपोर्ट उसने प्लाटून हवलदार को लगाई। प्लाटून हवलदार ने प्लाटून कमांडर को बताया। प्लाटून कमांडर ने कंपनी टूआईसी को बताया। कंपनी टूआई सी ने कंपनी कमांडर को बताया फिर कंपनी कमांडर ने शाम की हाई लाइट में समादेशक से बात करने की बात कही।
जवान के बैरक की बात पचास मीटर दूर ऑफिसर क्वार्टर तक पहुंचने में पूरे चौबीस घंटे लगे।
उस दिन की हाई लाइट में कंपनी कमांडर साहब ये बात समादेशक महोदय से पूछना भूल गये और कहानी चौबीस घंटे और आगे बढ़ गई।
तीसरे दिन की हाई लाइट में ये बात समादेशक महोदय तक पहुंची। समादेशक महोदय ने सिविल गाड़ी में कोई मूमेंट न होने की बात कहकर उक्त जवान को अगली कांवाय में भेज देने के लिए परमिशन दे दिया साथ ही ब्रिगेड कमांडर साहब की मेम साहब के लिए अपनी मेम साहब द्वारा बनाया गया गिफ्ट पहुंचाने के लिए एक जवान को अगली सुबह सिविल मोड में निकाल देने का आदेश भी दिया। हाई लाइट आल करेक्ट पर खत्म हुई।
Comments
Post a Comment