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कविताएं

रावण ****** "रावण तुम फिर आ गये न मरने?" "हर साल आते हो" "इस साल भी आ गये" "और अगले साल भी आओगे" "फिर उसके अगले साल भी" "और फिर उसके भी अगले साल" "यानी आते ही रहोगे" पर सुनो- वो गरीबी जो दर-दर मुंह ब...