अवधी गीत

रहमानी चचा, रहमानी चचा
अइसै जौ होई तौ का होई?

बइठक कै बातचीत खाइस मोबाइल
आँगन के माटी का खाय लिहिस टाइल
लोकगीत खाय गये फिल्मन कै गाना
कुर्ता औ धोती भा फैशन पुराना

ऐसे जौ होई तो का होई?

रमजानी चचा रमजानी चचा
अंखियै जब फूटी तब के रोई

गुम होइगे, हरवाह हर औ जुआठा
लरिकन कुछ अउतै न बिगहा न काठा
खेती किसानी भा घाटा कै सौदा
नौकरियै हेरत हैं मौगी औ मौगा

ऐसे जौ होई तो का होई

रहिमानी चचा रहिमानी चचा
तब अपने खेतवा का के बोई

मजहब औ जाति एक सब भाई भाई
कुछ नाशि काटे करावें लड़ाई
तुहुका उलिहावैं फिर हमका उलिहावैं
तब नेता सरवै तमाशा करावैं।

ऐसे जौ होई तौ का होई

रहिमानी चचा रहिमानी चचा
लुल्ल भये सगरे तब का टोई।
#चित्रगुप्त

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